Thursday, May 10, 2007

That Moment

वह क्षण


हां वह क्षण
एक हकीकत का अनुभव
एक प्रकाश की अनुभूति
एक स्वतंत्रता का एह्सास
हां
यह वही क्षण था
जब मैंने तुम्हें आत्मसात किया था
तुम जो कि अनिवर्चनीय हो
तुम्हारे उस क्षण को कैसे बाँधू शब्दों में
एक लचर – सा मानस
ओर एक अपरिमित संचार
मेरे शब्द या मेरा मौन
कौन अधिक मुखर होगा
उस क्षण की मार्जना में
हां मेरे शब्दों का व्यास
उस अनुभव से अलग मेरा अपना है
लेकिन मेरे क ओर ख रेखा की घुरी
शून्य से ही शुरु होती है
इसीलिये मेरे शब्दों में भी पूरा सत्य ही होगा
यह खुशी जो मेरे चेहरे पर
अक्षुण्ण व्याप्त है

उसी अनुभव की परिचायक है
उसी क्षण मैंने तुम्हें पाया
या खुद को खोया, नहीं जानता
लेकिन एक नैसर्गिक आनन्द का अनुभव
कुछ ऐसा था
उस क्षण को आराध्य बना गया

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